कई महीनों तक चला डायलिसिस, लेकिन फिर भी कोई फायदा नहीं मिला

किसी भी चीज़ का खराब हो जाने के बाद उसे फिर से ठीक कर पाना बहुत ही मुश्किल होता है और अगर कोशिश करके भी उसे फिर से ठीक कर दिया जाए तो भी चीज़ पहले जैसी कभी नहीं हो सकती। वो कहते हैं न एक बार जो धागा टूट जाता है उसे जब वापिस जोड़ते हैं तो उसमे भी गाँठ अलग जाती है और वो पहले वाली बात नहीं रहती। वहीं, ऐसे में अगर शरीर का कोई अंग कोई खास अंग ख़राब हो जाए तो सोचिये उसे ठीक करने में कितना समय लगता होगा और क्या वो ठीक करने के बाद फिर से वैसे ही काम कर पाता होगा जैसे कि वो पहले किया करता था। नमस्कार, मेरा नाम अभिषेक वर्मा है और मैं गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश का रहने वाला हूँ।



अभी मैं आप सभी से चीजों के ख़राब और उनके ठीक होने की बात कर रहा था, क्या आपने सोचा कि मैं ऐसी बाते क्यों कर रहा हूँ। आखिर मेरी जिंदगी में ऐसी क्या चीज़ खराब हो गई कि जिसे ठीक कर पाना बहुत मुश्किल हो गया था।दरअसल, कई सालों पहलेसे मैं हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहा था, जिसकी वजह से, दो साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी और कारण मुझे बहुत सारी दिक्कतों सामना करना पड़ा था। मैंने अपनी खराब हुई किडनी को ठीक करने के लिए कई महीनों तक डायलिसिस भी करवाया लेकिन उससे भी मुझे कोई फायदा नहीं मिला। जब डायलिसिस से मुझे मेरी तबियत में कोई सुधार नहीं मिला तो आखिर में मैंने डॉ. पुनीत जी से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू किया, जो मेरे लिए किसी चमत्कार से कम साबित नहीं हुआ। आज मैं जिन्दा हूँ तो वो केवल डॉ. पुनीत जी के कारण।

मुझे कई सालों पहले से हीहाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहती थी जिसे काबू करने के लिए मैं अपने खाने पीने का काफी ख्याल रखता था और इसके लिए दवाएं भी लेता था। मुझे दवाओं की आदत ना पड़े इसके लिए मैं कभी कभी बीच में दवाओं को छोड़ देता था और बस खाने पीने की मदद से ही अपने रक्तचाप को काबू में रखने की कोशिश करता था। लेकिन, मुझे नहीं पता था कि इससे मेरी किडनी एक दिन खराब हो जायगी और उसे ठीक करने के लिए मुझे काफी मेहनत भी करनी पड़ेगी।मेरी किडनी खराब होने की पुष्टि होने के करीब महिना भर पहले मेरी तबियत अचानक से खराब होने लग गई थी जिसकी तरफ मेरा कोई खास ध्यान नहीं था, क्योंकि ये सब समस्याएँ बड़ी आम सी थी। मुझे इस दौरान सबसे पहले पेशाब से जुडी हुई समस्या रहने लगी थी, मुझे बहुत कम पेशाब आने लगा था, पेशाब करते हुए जलन रहने लग गई थी, पेशाब से बदबू आने लग गई थी और पेशाब का रंग भी काफी बदल चूका था। इतना ही नहीं अब मेरे शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन भी नज़र आने लगी थी।

एक दिन जब मैं सुबह उठा तो मैंने देखा कि मेरे चेहरे, हाथों और पैरों में हल्की-हल्की सूजन आई हुई है, जिसमे से चेहरे की सूजन तो शाम तक चली गई थी लेकिन पैरों और हाथों में आई सूजन पहले से भी ज्यादा बढ़ चुकी थी। दो दिन भर में ही पैरों में आई सूजन इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि मुझसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था। लगातार ब्लड प्रेशर हाई होने के कारण मुझसे कुछ खाया पिया भी नहीं जा रहा और मुझे बार – बार उल्टियां भी आने लगी थी। मेरे घर वालों ने मेरी लगातार खराब होती हालत को देखते हुए मुझे हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया जहां पर डॉक्टर ने मुझे कई सारे टेस्ट करवाने को कह दिया, मैंने उसी समय सारे टेस्ट करवा लिए और रिपोर्ट्स डॉक्टर को दिखाई। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी कारण मुझे ये सारी दिक्कतें हो रही है, अब मुझे ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना होगा। डॉक्टर ने मुझे बताया कि अब मुझे अपनी किडनी ठीक करने के लिए डायलिसिस करवाना शुरू कर देना चाहिए, इसी से मेरी किडनी ठीक हो सकती है।

मैंने ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया, जब मैंने पहली बार डायलिसिस करवाया तो मेरी हालत काफी ज्यादा खराब हो गई, मैंने आगे डायलिसिस करवाने के लिए मना कर दिया, लेकीन मजबूरन ठीक होने के लिए मैंने महिना भर डायलिसिस करवाया। इससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला उल्टा मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि मेरा बचना काफी मुश्किल हो गया डॉक्टर्स ने जवाब दे दिया और मैं फिर हॉस्पिटल से घर आ गया। एक दिन मैं आराम करते हुए नेट पर किडनी के बारे में देख रहा था, तभी मेरे सामने कर्मा आयुर्वेदा की एक विडियो आई, मैंने विडियो में देखा कि कर्मा आयुर्वेदा में किडनी को बिना डायलिसिस के ही आयुर्वेदिक दवाओं से ठीक किया जाता है। मैंने इस बारे में अपने घर वालों को बताया और यहाँ जाने का मन बना लिया। दूसरे दिन ही मैं कर्मा आयुर्वेदा पहुंचा और वहां पर मेरी मुलाकात हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पुनीत जी से हुई।

Ayurvedic Kidney Hospital

मैंने उनको अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई, मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉ. पुनीत जी ने मुझसे कहा कि मुझे डरने की कोई जरूरत नहीं है मैं बहुत जल्द ही ठीक हो जाऊंगा और अभी मुझे और जीना है मरने का डर निकाल दो। उन्होंने मुझे आयुर्वेदिक दवाएं दी और एक डाइट प्लान और मुझे ठीक से दवाएं लेने को कहा। बस फिर क्या था, मैंने घर आते ही उनकी दी हुई आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे महीने भर में अपने आप आराम नज़र आने लग गया। मैंने देखा कि मेरी अब मेरे शरीर में सूजन नहीं है और अब मुझे भूख भी लग रही थी। इतना ही नहीं अब मेरा ब्लड प्रेशर भी काबू में आने लग गया था जो कि मेरे लिए काफी ख़ुशी की बात थी क्योंकि यही मेरी किडनी ठीक होने की सबसे बड़ी निशानीथी। आज मैं और मेरी किडनी दोनों ठीक है और हां, मेरी किडनी अब पहले की तरह एक दम ठीक है।

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